चरित्र अपनाना हो तो श्री राम का अपनाना चाहिए और लीला का आनन्द लेना है तो श्री कृष्ण जी के लीला का आनन्द लीजिए। पुराणों में कहा गया है जिसके घर राम जी की चरित्र को अपना लिया वो घर तर गया। श्री कृष्ण जी तो लीला दिखने आये थे उनके लीला का सिर्फ आनंद उठाना चाहिये,यदि उनकी लीला का नक़ल करोगे तो खुद लीला बन जाओगे ।
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