गीत शब्द सुनते ही हमारे मन में वह गांव की उन महिलाओं का दृश्य उभर कर सामने आता है , जो शादी ब्याह के रस्मों में , बच्चों के जन्मदिन पर और धान रोपने के गाती गीत मन को मोह लेने वाली होती थी ।
ग्रामीण क्षेत्रों में सावन के महीनों में गांव की महिलाएं एक साथ सुर में सुर मिला कर रिमझिम पड़ती बूंदों के साथ और वर्षा से बचने के लिए पत्ता या पॉलिथीन का घोंघ ओढ़ कर धान रोपनी की गीत गाती थी तो लगता था की सावन अपने पूरे शबाब पर है ।
सावन भी मानो उनके को सुनकर इतरा इतरा कर बरस रही हो । दिन भर झुककर धान रोकने की इस गीत से थकान मिट जाता था । गीत और पानी की बूंदों के साथ और एक आवाज फिजाओं में गूंजती थी वह था हरवाहा (हल चलाने वाला) की आवाज जो अपने बैलों को हांकने में व्यस्त रहता था हा हा चल चल उसके आवाज के साथ मानो बैलों की घंटियां भी ताल से ताल मिला रही हो ।
जिन किसानों के घर से खाना आ गया हो वह इस बारिश में छाता लेकर खेत के आर मैं बहुत मजे से खाना खा रहा हो जो भी रूखी सुखी घर से आया हो । उस बारिश के पानी में भीगने से अभी की तरह ना तो सर्दी खांसी होती थी नहीं कोई दिक्कत होता था ।
पर वह दिन अब कहां अभी तो हल जगह नई तकनीक ट्रैक्टर ने ले ली है और धान रोपने वाली महिलाएं भी लगता है गीत गाना भूल गई है ।
सीता जी को रामजी से मुंह दिखाई में क्या मिला था ?
क्या आप जानते हैं भगवान विष्णु जी को नरसिंह अवतार क्यों लेना पड़ा था ?
चरित्र
क्या आप जानते हैं ? हनुमान जी को सिंदूर क्यों चढ़ाया जाता है।
रामायण की रोचक कहानियां- राम बड़ा या राम का नाम ?
क्यों रहना पड़ा था सीता जी को श्री लंका में
ग्रामीण क्षेत्रों में सावन के महीनों में गांव की महिलाएं एक साथ सुर में सुर मिला कर रिमझिम पड़ती बूंदों के साथ और वर्षा से बचने के लिए पत्ता या पॉलिथीन का घोंघ ओढ़ कर धान रोपनी की गीत गाती थी तो लगता था की सावन अपने पूरे शबाब पर है ।
सावन भी मानो उनके को सुनकर इतरा इतरा कर बरस रही हो । दिन भर झुककर धान रोकने की इस गीत से थकान मिट जाता था । गीत और पानी की बूंदों के साथ और एक आवाज फिजाओं में गूंजती थी वह था हरवाहा (हल चलाने वाला) की आवाज जो अपने बैलों को हांकने में व्यस्त रहता था हा हा चल चल उसके आवाज के साथ मानो बैलों की घंटियां भी ताल से ताल मिला रही हो ।
जिन किसानों के घर से खाना आ गया हो वह इस बारिश में छाता लेकर खेत के आर मैं बहुत मजे से खाना खा रहा हो जो भी रूखी सुखी घर से आया हो । उस बारिश के पानी में भीगने से अभी की तरह ना तो सर्दी खांसी होती थी नहीं कोई दिक्कत होता था ।
पर वह दिन अब कहां अभी तो हल जगह नई तकनीक ट्रैक्टर ने ले ली है और धान रोपने वाली महिलाएं भी लगता है गीत गाना भूल गई है ।
सीता जी को रामजी से मुंह दिखाई में क्या मिला था ?
क्या आप जानते हैं भगवान विष्णु जी को नरसिंह अवतार क्यों लेना पड़ा था ?
चरित्र
क्या आप जानते हैं ? हनुमान जी को सिंदूर क्यों चढ़ाया जाता है।
रामायण की रोचक कहानियां- राम बड़ा या राम का नाम ?
क्यों रहना पड़ा था सीता जी को श्री लंका में